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संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा से छेड़छाड़ करने वाले आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े, रायगढ़ पुलिस ने शहर में निकाला जुलूस, भेजा सलाखों के पीछे…

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रायगढ़ – संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर मिट्टी पोतने जैसी शर्मनाक हरकत करने वालों को रायगढ़ पुलिस ने महज 72 घंटे के भीतर दबोचकर शहर में जुलूस निकाला और सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल जनता का भरोसा मजबूत किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि संविधान और बाबा साहब का अपमान किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

घटना सामने आते ही भीम आर्मी, अंबेडकरवादी संगठनों और सर्वसमाज ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किये थे और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई थी। कांग्रेस पार्टी ने भी आरोपियों पर सख्त सजा की मांग की थी। वहीं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने साफ कहा था कि घटना में शामिल आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

पुलिस कप्तान दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में त्वरित कार्रवाई करते हुए रायगढ़ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने सामाजिक संदेश देने और अपराध के प्रति सख्त संदेश देने के उद्देश्य से आरोपियों का शहर में सरेआम जुलूस निकाला, जिसे जनता ने कड़ी निगाहों से देखा। पुलिस की यह कार्रवाई आमजन में कानून के प्रति विश्वास और अपराधियों में भय पैदा करने वाली रही।

एसपी दिव्यांग कुमार पटेल की कर्मठ अगुवाई से मुमकिन हुई बड़ी कामयाबी

इस पूरे प्रकरण में रायगढ़ पुलिस कप्तान दिव्यांग कुमार पटेल की तेज निर्णय क्षमता, कठोर अनुशासन और व्यक्तिगत मॉनिटरिंग की अहम भूमिका रही। घटना की सूचना मिलते ही उन्होंने सबसे गंभीर श्रेणी में लेते हुए नगर पुलिस अधीक्षक, डीएसपी साइबर, और छह थाना प्रभारियों की एक विशेष टीम गठित की।उन्होंने एक-एक गतिविधि की मॉनिटरिंग खुद की, तकनीकी टीम को हर पहलू से काम करने के निर्देश दिए। उनके नेतृत्व में पुलिस ने यह भी तय किया कि सिर्फ गिरफ्तारी नहीं, बल्कि अपराधियों का समाज में जुलूस निकाला जाएगा, ताकि यह संदेश जाए कि रायगढ़ पुलिस संविधान और सामाजिक मूल्यों की प्रहरी है।

9 जून की सुबह जब अंबेडकर चौक स्थित प्रतिमा से छेड़छाड़ की जानकारी सामने आई, तो पुलिस हरकत में आई। पुलिस कप्तान के निर्देश पर टीम ने घटनास्थल सहित आस-पास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, मोबाइल टावर डंप से 5 लाख से अधिक नंबरों का विश्लेषण किया गया। एक अहम सीसीटीवी फुटेज से दो संदिग्ध युवकों की पहचान हुई,रमेश जोशी (बजरंग पारा, जूटमिल) और वीरेंद्र सारथी (जोगीडीपा)। पूछताछ में दोनों ने अपराध स्वीकार किया।आरोपियों ने बताया कि घटना की रात वे शराब के नशे में थे और घर से निकाले जाने के बाद घूमते-घूमते अंबेडकर चौक पहुंचे थे। वहीं उन्होंने गीली मिट्टी से प्रतिमा को अपवित्र किया और फिर भाग गए। कपड़े व फुटेज का मिलान कर पुलिस ने साक्ष्य जुटाए।इस मामले में थाना चक्रधरनगर में अपराध क्रमांक 254/2025 दर्ज किया गया है। आरोपियों पर धारा 298, 324(3), 353(2) एवं भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के साथ-साथ लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धाराएं लगाई गई हैं। गिरफ्तार कर दोनों को न्यायालय में रिमांड पर प्रस्तुत किया गया।

इस घटना से स्पष्ट है कि जब एक कर्मठ पुलिस कप्तान की अगुवाई में टीम कार्य करे और जन समर्थन भी साथ हो, तो अपराधियों को छिपने का कोई मौका नहीं मिलता। रायगढ़ पुलिस की कार्रवाई ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि राष्ट्रनिर्माताओं के सम्मान से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस कप्तान दिव्यांग पटेल, एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, सीएसपी आकाश शुक्ला, डीएसपी अनिल विश्वकर्मा, चक्रधरनगर थाना प्रभारी निरीक्षक अमित शुक्ला, जूटमिल निरीक्षक प्रशांत राव, छाल निरीक्षक मोहन भारद्वाज, पूंजीपथरा निरीक्षक राकेश मिश्रा, पुसौर प्रभारी रामकिंकर यादव, साइबर प्रभारी निरीक्षक नासिर खान और समस्त संबंधित थानों के स्टाफ की निर्णायक भूमिका रही।

संस्थापक-लेखक: शैलेंद्र प्रसाद साहू, समाचार रिपोर्टिंग की दुनिया में अपने अनुभव से भरपूर हैं। पारदर्शी और सटीक जानकारी प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध, वह छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और सारंगढ़ जिलों की स्थानीय कहानियों के दिल में गहराई में जाते हैं। सच्ची स्थानीय इंशाइट्स के साथ समाचार के भविष्य को आकार देने में हमारे साथ जुड़ें।

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