रायगढ़-वार्ड क्रमांक 29 में केलो नदी किनारे प्रस्तावित मरीन ड्राइव परियोजना के तहत चल रही तोड़फोड़ का विरोध करना भाजपा के युवा नेता रामजाने भारद्वाज को महंगा पड़ गया। लगातार गरीब और पीड़ित परिवारों के पक्ष में खड़े होकर प्रशासन से सवाल करने वाले रामजाने को आज पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में हिरासत में ले लिया।

पिछले दो दिनों से चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के चलते क्षेत्र के सैकड़ों घरों पर बुलडोजर चल चुका है। इनमें अधिकांश वे लोग हैं जो वर्षों से इस ज़मीन पर जीवन बिता रहे थे। प्रशासन की कार्रवाई से गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के आशियाने उजड़ गए, जिससे पूरे इलाके में गुस्से का माहौल है।इस कठिन समय में जब ज़्यादातर लोग चुप्पी साधे हुए हैं, तब रामजाने भारद्वाज बिना डरे जनता के साथ खड़े नजर आए। उन्होंने प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध करते हुए स्पष्ट कहा ,अगर जनता के हक की लड़ाई में मुझे जेल भी जाना पड़े, तो मैं गर्व से जाऊंगा, क्योंकि मैं किसी स्वार्थ के लिए नहीं, अपने वार्डवासियों के लिए लड़ रहा हूं।रामजाने भारद्वाज, वार्ड 29 की महिला भाजपा पार्षद के पुत्र हैं और क्षेत्र में उन्हें एक जुझारू, जनता से सीधे जुड़ने वाला युवा नेता माना जाता है। उनका कहना है जिस तरह से घरों को तोड़ा जा रहा है इसे चुपचाप देखा नहीं जा सकता।जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर करीब 12 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता समेत पार्टी के कई कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए। कांग्रेस लगातार प्रशासन पर गरीबों के खिलाफ जबरदस्ती कार्रवाई करने का आरोप लगा रही है।अब जब भाजपा के अपने युवा नेता को गिरफ्तार किया गया है, तो मामला और भी गरमा गया है।रामजाने भारद्वाज की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र की जनता में आक्रोश के साथ-साथ भावनात्मक समर्थन भी देखने को मिला।यह घटना सिर्फ एक गिरफ्तारी नहीं, बल्कि जनता और जनप्रतिनिधियों के बीच के विश्वास, संघर्ष और समर्पण की परीक्षा बन गई है। आने वाले समय में यह मुद्दा राजनीतिक रूप से और भी गर्मा सकता है।