रायगढ़-छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और पारंपरिक परंपराओं को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के संयुक्त तत्वावधान में भिलाई नगर में प्रदेश स्तरीय हरेली रैली का भव्य आयोजन किया गया। इस रैली में प्रदेश के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में छत्तीसगढ़िया सेनानी, युवा, महिलाएं, बुजुर्ग एवं संस्कृति प्रेमी शामिल हुए।

पारंपरिक रंग में रंगी विशाल रैली
कार्यक्रम की शुरुआत अंबेडकर चौक, पावर हाउस से एक विशाल रैली के साथ हुई, जो नगर के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए दशहरा रिसाली मैदान में समापन तक पहुँची।
रैली में पारंपरिक वेशभूषा में सजी झांकियों, बस्तरिया मादरी, सुवा पंथी, गेड़ी, अखाड़ा, राउत नाचा एवं डंडा नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को छत्तीसगढ़ी संस्कृति की जीवंत झलक दी।


रैली के समापन अवसर पर गुड़ का चीला, ठेठरी-खुरमी का महाप्रसाद वितरित किया गया और प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ी गायिका ऋतु वर्मा द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई, जिसने सभा को संगीतमय रंग में रंग दिया।
सभा को संबोधित करते प्रदेशाध्यक्ष अमित बघेल

दशहरा मैदान में आयोजित आमसभा को संबोधित करते हुए जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अमित बघेल ने सभी को होने वाले हरेली पर्व की शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने कहा हरेली सिर्फ त्योहार नहीं, छत्तीसगढ़ की आत्मा है। हमें इसे पूरी श्रद्धा और गर्व के साथ मनाना चाहिए, ताकि हमारी भावी पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ी रहे।
बघेल ने बच्चों और युवाओं को पारंपरिक खेलों से जोड़ने के लिए गेड़ी दौड़, गाढ़ा दौड़, ट्रैक्टर रेस जैसे आयोजनों की महत्ता को रेखांकित किया।

सरकार और ईडी पर लगाए गंभीर आरोप
अपने भाषण में बघेल ने सरकार और ईडी पर निशाना साधते हुए कहा भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ी अस्मिता को मिटाने का षड्यंत्र कर रही है। बाहरी संस्कृति को बढ़ावा देकर और पुलिस-प्रशासन के जरिए छत्तीसगढ़ियों को डराने की कोशिश की जा रही है।उन्होंने कहा कि ईडी जैसी जांच एजेंसियां अब सरकार की कठपुतली बन चुकी हैं, जो छत्तीसगढ़ में केवल छत्तीसगढ़ी नेताओं पर छापेमारी करती हैं, जबकि भाजपा से जुड़े ऐसे नेता जो कभी कुछ नहीं थे, आज अरबों की संपत्ति बना चुके हैं, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती
अडानी और जंगल कटाई का मुद्दा भी उठाया
बघेल ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार अडानी समूह के दबाव में आकर छत्तीसगढ़ के जंगलों की अंधाधुंध कटाई कर रही है, जिससे पर्यावरणीय और आदिवासी संकट गहराता जा रहा है।
संस्कृति संरक्षण के लिए एकजुटता की अपील
अमित बघेल ने ऐलान किया कि जो भी छत्तीसगढ़ की संस्कृति, परंपरा और अस्मिता के लिए संघर्ष कर रहा है, छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना और जोहार पार्टी उसके साथ खड़ी है।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि 24 जुलाई को हरेली पर्व को पूरे पारंपरिक उत्साह और गर्व के साथ मनाएं, जिससे आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिले।
